न्यूरो और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का जोखिम बढ़ा-नई रिसर्च मंकीपॉक्स से

नई दिल्ली. कोरोना के कहर के बाद मंकीपॉक्स की बीमारी भी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन गई है. आज दुनिया के 80 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि अब तक इसे महामारी घोषित नहीं किया गया है लेकिन इसके कई नकारात्मक प्रभाव अब सामने आने लगे हैं. क्वींस मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के एकेडमी फॉउंडेशन डॉक्टर जेम्स ब्रूनटोन बेदेनॉच ने माना है कि मंकीपॉक्स के कारण लोगों में तंत्रिका और मनोवैज्ञानिक संबंधी परेशानियां भी आने लगी है. जेम्स ब्रूनटोन ने कहा है कि मंकीपॉक्स के कारण स्किन में रैशेज आना और फ्लू वाले लक्षण तो ऊपर से देखा ही जाता है लेकिन मंकीपॉक्स के कारण मानसिक समस्याएं और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो सकती है.

रिसर्च में सामने आई बात

दरअसल, पहले से होने वाली स्मॉल पॉक्स की बीमारी में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं आती हैं. शोधकर्ता यह देखना चाहते थे कि मंकीपॉक्स में भी क्या ऐसा होता है. ई क्लिनिकल मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पुराने आंकड़ों को निकालकर नए आंकड़ों के साथ विश्लेषण किया तो पाया कि मंकीपॉक्स से पीड़ित होने वाले 2 से 3 प्रतिशत लोगों में न्यूरोलॉजी से संबंधित गंभीर परेशानियां पैदा हुईं. इनमें कुछ लोगों में इन्सेफलाइटिस भी देखा गया. इन्सेफलाइटिस दिमाग में सूजन की एक गंभीर बीमारी है जिससे लंबे समय तक विक्लांगता हो सकती है. हालांकि इन जटिलताओं से पीड़ित लोगों की संख्या बहुत कम थी लेकिन शोध में इसके नए लक्षणों के बारे जानकर हैरानी हुई.

समय रहते सतर्क होना जरूरी

जेम्स ब्रूनटोन ने कहा कि बेशक यह शोध बहुत कम लोगों पर किया गया है लेकिन गंभीर और दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के अलावा मंकीपॉक्स से पीड़ित लोगों में सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसे लक्षणों के भी प्रमाण मिले हैं. जेम्स ने कहा कि हालांकि अध्ययन में यह पता नहीं चल सका कि ये लक्षण कितने गंभीर थे और कितने लंबे समय तक मरीजों के साथ रहे. चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं को लेकर भी अभी और अध्ययन की जरूरत है. इसके बावजूद इस अध्ययन से कुछ स्पष्ट संकेत मिले हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग मंकीपॉक्स से पीड़ित हुए हैं उनमें न्यूरोसाइक्ट्रिक परेशानियां हो रही हैं. इसे समय रहते सतर्क किया जा सकता है.
 

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

विज्ञापन

विज्ञापन