Delhi-NCR: जंतर-मंतर पर भीम आर्मी का शक्ति प्रदर्शन, UCC पर चंद्रशेखर ने कहा- लागू हुआ तो ईंट से ईंट बजा देंगे, बोले गरीब राज करेगा और खून के आंसू रोएगा अमीर



Delhi News: दिल्ली के जंतर-मंतर पर भीम आर्मी ने शक्ति प्रदर्शन किया । इस महारैली का मकसद 28 जून को चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले का विरोध करना और घटना की जांच की मांग करना था। देशभर के अलग-अलग राज्यों से भीम आर्मी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता जंतर-मंतर पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 


जंतर-मंतर से चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम इस देश में मांगने के लिए पैदा नहीं हुए। जिसने मेरा साथ दिया उसके लिए खून का कतरा- कतरा बहा दूंगा, जिसने फंसाया उसे माफ कर दूंगा। आजाद ने कहा कि गरीब इस देश में राज करेगा, अमीर खून का आंसू रोएगा। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं दलित समाज में पैदा हुआ, मेरा समाज सम्राट अशोक की तरह ग्रेट है।

 

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि गरीब कमजोरों की लड़ाई लड़ने आया हूं, पहले किसी दलित कमजोर लड़की की चुन्नी खींत देते थे, मूंछ मुंडवा देते थे, पगड़ी उतरवा देते थे, अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। बहुत सारे लोग सीबीआई की जांच कर रहे, लेकिन हम कहते हैं कि जिसकी रक्षा गुरु गोविंद सिंह जी के बच्चे करते हैं, गुरु बाल्मीकि के बच्चे करते हैं, उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

 

आजाद ने कहा कि आज भीम आर्मी का स्थापना दिवस है, आठ साल पहले हमने जो शपथ ली थी, वही दोहराता हूं कि मनुवादी और सामंतवादी लोगों की सोच की जड़ों को हिला कर रख देंगे। हर जगह अत्याचार बंद करने के लिए तीन बातें याद कर लो। जिनकी सत्ता होती है, उनके साथ अत्याचार नहीं होता, जिसके पास पांच बल हैं, बुद्धीबल, धनबल, बाहुबल, जनबल, मनोबल, जिसका मनोबल गिर जाए उसे कोई नहीं बचा सकता।


चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मेरी जान की सुरक्षा चाहते हो तो इस सरकार को उखाड़ कर फेंक दो, अगर तुम्हारा भाई मर गया होता तो आज तुम रो रहे होते कि आज तुम्हारा भाई चला गया। चंद्रशेखर अकेला आदमी है मर जाएगा कोई बात नहीं है, लेकिन आप लोगों का क्या होगा। 


चंद्रशेखर की मांगे

- दलित, पिछड़े समाज के लोगों को हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में निश्चित भर्ती की जाए।

- अनुच्छेद 68 के आधार पर हर जिले में आयोग का गठन हो। 

- एसएसटी समुदाय के लोगों के हित में हर जिले में चार वकीलों का पैनल डीएम बनाएं। 

- प्रमोशन के लिए अलग व्यवस्था लागू हो। 

- जाति आधारित जनगणना की मांग करते हैं। 

- जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण मिले। 

- केंद्र और राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। 

- किसानों को लीगल गारंटी मिले, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर से मुकदमे हटाए जाएं।

- सफाई कर्मचारी की मांग। 

- यूनीफार्म सिविल कोड लागू होगा तो ईंट से ईंट बजा देंगे। 

- मुझ पर हुए हमले की सीबीआई जांच की जाए, मेरी रक्षा की जाए।

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