तिहाड़ में बंद आरोपी पर ED का श‍िकंजा,रूसी कंपनी में निवेश के नाम पर 1000 लोगों से ठगी


 नई द‍िल्‍ली. प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate) ने एक ऐसे शख्‍स को धरदबोचने में कामयाबी हासिल की है जोक‍ि रूस की प्रमुख तेल कंपनी रोसनेफ्ट ( Russian oil company Rosneft) के बचत कोष यानी हेज फंड में इन्‍वेस्‍टमेंट कराने के नाम पर ठगी कर मनी लॉन्‍ड्र‍िंग (Money Laundering) करता था. मनी लॉड्र‍िंग करने वाले इस शख्‍स आशीष मल‍िक को एजेंसी ने त‍ि‍हाड़ जेल (Tihar Jail) से 10 मार्च को ह‍िरासत में ल‍िया था. इस मामले की जांच द‍िल्‍ली पुल‍िस की आर्थ‍िक अपराध शाखा (EOW) द्वारा की जा रही है ज‍िसके चलते वह पहले से वहां बंद था.

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में बताया गया क‍ि हैदराबाद की एक विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) अदालत ने व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए ईडी को अधिकृत किया था. ईडी ने कहा कि मलिक को मई में ईओडब्ल्यू ने “रोसनेफ्ट नाम की एक रूसी तेल कंपनी में निवेश करने के बहाने 1,000 से अधिक लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

ईडी ने कहा क‍ि आरोपी आशीष मलिक ने अपने साथियों सुनील सिंह और संदीप कौशिक से वादा क‍िया था क‍ि वो रोजनेफ्ट हेज फंड (Rosneft Hedge Fund) में निवेश करने पर प्रति माह 20 फीसदी रिटर्न देगा. इतना नहीं आरोपी ने आरएचएफकॉयन (RHFCOIN) और आरएचएफगोल्ड (RHFGOLD) नाम के दो क्रिप्टो सिक्के भी लॉन्च किए थे.

ईडी ने खुलासा क‍िया क‍ि आरोपी ने देशभर के लोगों से करोड़ों रुपए का फंड इकट्ठा किया और क्रिप्टो मुद्राओं (crypto currencies) में निवेश करके उसी का शोधन किया. आरोपी और उसके साथियों ने बाद में इस धन का गबन कर ल‍िया.

निवेश पोर्टलों के अनुसार, हेज फंड, निजी निवेशकों की एक सीमित भागीदारी है, जिसका पैसा पेशेवर फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है. इसके ल‍िए विभिन्न रणनीतियां तैयार की जाती है ज‍िससे क‍ि औसत से अधिक रिटर्न अर्जित क‍िया जा सके. इस गोरखधंधे से अर्ज‍ित आय अनुमान‍ित 52 करोड़ रुपये है. हालांकि, ईडी की ओर से अभी इस मामले में वास्तविक राशि का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.


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