डर- डर कर जी रहे बड़ी कंपनियों के कर्मचारी, कभी भी जा सकती है नौकरी, मिला ये फरमान

Google: गूगल ने अपने कर्मचारियों को नोटिस पर रखकर फरमान सुना दिया है कि अगर नतीजे बेहतर नहीं आए तो छंटनी कर दी जाएगी. गूगल के क्लाउड सेल्स डिपार्टमेंट में काम करने वाले कर्मचारियों को चेतावनी मिली है कि अगर सेल्स प्रोडक्टिविटी और प्रोडक्टिविटी इन जनरल के अगली तिमाही में नतीजे नहीं सुधरे तो ठीक नहीं होगा. इस चेतावनी की पहली जानकारी इनसाइडर ने दी. इसके बाद द न्यूयॉर्क पोस्ट समेत अन्य ने भी उसका हवाला दिया. कंपनी की इस घोषणा के बाद से कर्मचारियों में दहशत का माहौल है.

गूगल की ओर से चुपचाप इस महीने बिना कोई घोषणा किए हायरिंग रोक दी गई हैं. इसके बाद कर्मचारी छंटनी को लेकर चिंतित हैं.  इस महीने की शुरुआत में गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा था कि वह कई कर्मचारियों के काम से संतुष्ट नहीं हैं. पिचई के मुताबिक गूगल में प्रोडक्टिविटी जितनी होनी चाहिए, उससे काफी कम है.

2022 की दूसरी तिमाही में कंपनी की कमाई उम्मीद से कम थी. प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए कंपनी ने ''सिंप्लिसिटी स्प्रिंट" नाम से एक नई पहल शुरू की है. सुंदर पिचई ने कर्मचारियों से कहा है कि वह एक ऐसा कल्चर बनाएं, जिसमें सिर्फ लक्ष्य पर नजर हो. 

पिचई ने कहा कि कंपनी 2023 तक भर्ती और निवेश को कम करेगी, ताकि कर्मचारियों ज्यादा बेहतर काम कर सकें. भर्तियों पर रोक लगाने वाली गूगल इकलौती कंपनी नहीं है. 

फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के सीईओ और फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने भी साफ कर दिया है कि जो कर्मचारी परफॉर्म नहीं करेंगे, उनके साथ कंपनी नाता तोड़ लेगी. वहीं ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने भी इस साल की शुरुआत में कर्मचारियों को हायरिंग रोकने के बारे में सूचित कर दिया है. उन्होंने ग्रोथ और रेवेन्यू टारगेट्स को इसके पीछे की वजह बताया है. 

 

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