दिल्ली का रहने वाला ये पांच साल का बच्चा चलता फिरता मिनी गूगल है, टैलेंट देख कहेंगे वाह! क्या बात है...



नई दिल्ली: अकसर छोटे बच्चे अपनी शरारत से पहचाने जाते है. हाँ कई बच्चे होते है जो सामान्य से कहीं ज़्यादा शार्प होते है. हालाँकि पाँच साल के बच्चे अकसर नटखट और कम बोद्धिक क्षमता वाले होते है. यानी जितना बच्चे सीखते हैं उतना ही. 

दिल्ली में पांच साल का एक ऐसा बच्चा है, जिसका सामान्य ज्ञान देखकर आप हैरान रह जाएंगे. इस बच्चे की बौद्धिक क्षमता सामान्य बच्चों से कई गुना बेहतर है.


दिल्ली के कन्हैया नगर में रहने वाले हितेन कौशिक की उम्र पांच साल की है, लेकिन उनकी प्रतिभा उनकी उम्र को मात देती है. अधिकांश पांच साल के बच्चों को बुनियादी चीजों जैसे कि वर्णमाला, आकार या रंग के बारे में जानकारी होती है, लेकिन हितेन इन सबसे कई गुना आगे है. यह बच्चा भारत के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी राज्यों के नाम पढ़ सकता है. 


वह संस्कृत, अंग्रेजी और फ्रेंच में भी धाराप्रवाह है. अपनी विलक्षण बुद्धि के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है. अब हितेन का लक्ष्य एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाना है. 


हितेन को दुनिया के सारे देशों की राजधानी, उनकी मुद्राएं और राज्यों के नाम कंठस्थ हैं. भारत के पहले प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर क्रमानुसार वर्तमान तक सभी के नाम उसे याद हैं. 


इसके अलावा भारत के नक्शे पर कौन सा राज्य कहां है, यह भी वह चंद सेकेंड्स में बता देता है. उसे राज्यों के सभी जिलों के नाम भी मुंह जबानी याद हैं. इसके अलावा और भी कई चीजें हैं, जो उसे ऐसे याद हैं, जैसे ​मानो वह चलता फिरता मिनी गूगल हो.


हितेन की मां प्रीति बताती हैं कि शैक्षणिक ज्ञान के अलावा उसे हिंदी और संस्कृत के दोहे, श्लोक, चालीसा और पाठ भी कंठस्थ हैं, हितेन के पिता पंकज कौशिक बताते हैं कि हितेन को बचपन से ही चीजें बहुत जल्दी याद हो जाती थीं. 


इसके अलावा उसकी मां ने उसकी बौद्धिक क्षमता को विकसित करने के लिए बहुत काम किया. कौशिक के माता-पिता को उससे बहुत उम्मीदें हैं और चाहते हैं कि वह जीवन में बहुत सफल हो.


गूगल मास्टर कह कर बुलाए जाने वाले हितेन अपने सवालों से कई बार अपने शिक्षकों तक को हैरानी में डाल देते हैं.

दिव्यांशी शर्मा

मेरे बारे में जान कर क्या करोंगे। लिखने का कोई शोक नहीं। जब लिखने का मन करता है तो बस बकवास के इलावा कोई दुसरी चीज दिखती ही नहीं है। किसी को मेरी बकवास अच्छी लगती है किसी को नहीं। नहीं में वे लोग है जो जिंदगी से डरतें है और बकवास नहीं करते। और मेरे बारे में क्या लिखू।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

विज्ञापन

विज्ञापन