झारखंड: गढ़वा में नाबालिग लड़की को अगवा कर बनाया बंधक, 3 दिनों तक किया दुष्कर्म, आरोपी फरार

गढ़वा. झारखंड में दलित व आदिवासी नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म एवं सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना गढ़वा से सामने आई है. यहां विशेष समुदाय के युवक के द्वारा एक दलित लड़की का अपहरण कर उसके साथ तीन दिनों तक दुष्कर्म किया गया. रेप की घटना को अंजाम देने के बाद लड़की को डरा धमका कर छोड़ दिया गया.

बताया जा रहा है कि जिले के बरडीहा थाना अंतर्गत एक गांव से अनुसूचित जाति की एक नाबालिग बच्ची का अपहरण कर तीन दिन बाद मुक्त करने का मामला प्रकाश में आने के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है. तीन दिनों तक कब्जे में रखने के दौरान उक्त नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म भी किया गया. आरोपी इरशाद खान के खिलाफ थाने में नामजद केस दर्ज कराया गया है. पुलिस ने पीड़िता के आवेदन पर केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.

घटना के संबंध में पीड़िता ने जो शिकायत दर्ज करायी है उसके अनुसार, विगत 6 सितंबर को उसका अपहरण किया गया था. उसने बताया,  शाम सात बजे वह शौच करने गई थी इसी दौरान इरशाद और उसका एक अन्य साथी मुंह बांधे हुए आया और उसका मुंह दबाकर उसे मोटरसाइकिल में बैठाकर कहीं ले गया. रास्ते में ही उन्होंने मुंह पर एक कपड़ा रखा जिसके बाद वह बेहोश हो गई. जब उसे होश आया तो किसी घर के एक कमरे में बंद पाया. उसके बाद इरशाद ने परिवार के लोगों को जान से मारने और बंदूक का भय दिखाकर कई बार दुष्कर्म किया.

पीड़िता के अनुसार, जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई. अपहरण के दो दिन बाद उसे बताया गया कि उसकी मां से बात हो गई है और तुमको मेरे आदमी मझिआंव छोड़ देंगे. अगर इस बारे में तुम या तुम्हारे घरवालों ने पुलिस को कुछ बताया तो तुम्हें और तुम्हारी मां को जान से मार देंगे. इसके बाद उसे 9 सितंबर को लाल रंग की कार में लाकर बकोइया-मझिआंव सीमा पर लाकर छोड़ दिया. वहां उसकी मां पहले से मौजूद थी क्योंकि उसकी मां को अपहरणकर्ताओं ने फोन कर वहां बुलाया था.

पीड़िता ने थाने में दिए गए आवेदन में आगे लिखा, वहां उतारने के बाद वह अपनी मां के साथ नानी के घर चली गई और परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी. डर के कारण वह शिकायत दर्ज नहीं करवा रही थी, लेकिन परिजनों के कहने पर वह थाना में शिकायत दर्ज करवायी. पीड़िता ने बताया कि कार में मौजूद लोगों के पास बंदूक भी था.

इस मामले में पलामू सांसद बीडी राम ने कहा कि इस सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. यह सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति करती है. सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है जिस कारण इनलोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है. वहीं, इस मामले को लेकर गढ़वा के एसपी अंजनी जा ने बताया कि घटना घटी है; पीड़िता के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है.

बता दें कि जिले के बरडीहा थाना क्षेत्र में दलित नाबालिग युवती से अपहरण के बाद तीन दिनों तक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पीड़िता का न्यायलय में बयान दर्ज कराया है. पीड़िता की मां ने कहा कि उसकी बेटी का अपहरण कर दुष्कर्म किया गया है.

 

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