दिल्ली में कोरोना ने फिर बढ़ाई टेंशन, इस साल जून में सबसे ज़्यादा मौतें, जानें ताजे आँकड़े



नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना का संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं. इस साल दिल्ली में कोरोना संक्रमण का उतार चढ़ाव जारी है और इस साल 2022 में कोरोना से मरने वालों की संख्या पिछले 5 महीनों में बढ़ी है

कोरोना से इस साल फरवरी के बाद जून महीने में सबसे अधिक मौतों के मामले सामने आए है. दिल्ली में फरवरी से लेकर जून तक 157 लोगों की मौत हुई है, कोविड (Delhi Corona Update) के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार जून महीने में सबसे अधिक 51 मौते हुई हैं.

अगर दिल्ली के पिछले पांच महीनों में कोरोना से मरने वालों की बात करें तो फरवरी में 23, मार्च में 26, अप्रैल में 22, मई में 35 और जून में 51 मरीजों की मौत हुई थी. इसे साथ ही कोविड के बढ़ते आंकड़ों को देखें तो फरवरी में दिल्ली में कोरोना के 26941 मरीज थे, इसके बाद मार्च में 4734, अप्रैल में 17974, मई में 22336 और जून में 27610 मरीज थे.

संक्रमण दर घटकर 4% से कम हुआ

कोरोना से हुई मौतों को लेकर सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि पहले की तुलना में मौत के मामलों का स्तर बेहद कम है. डॉ जुगल किशोर ने कहा कि पहले बिना टीकाकरण के 200 मौत होती थी अब टीकाकरण के बाद उसका स्तर आधे से भी कम हो गया है. वहीं दिल्ली में बीते कुछ समय में पॉजिटिविटी रेट घटकर चार फीसदी से कम हुआ है

शनिवार को आई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 678 नए मामले सामने आए. इस रिपोर्ट के अनुसार कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 969 रही, इसके साथ ही कोरोना से दो मौत के मामले सामने आएं. शनिवार को आई रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण की जांच दर 3.98 फीसदी दर्ज की गई.

बीते 24 घंटे में इतने आए मामले

रविवार को कोरोना वायरस के 15103 लोगों के टेस्ट किए गए जिसमें 648 लोग कोरोना से संक्रमण पाए गए. वहीं मरीज़ों ने कोरोना से दम तोड़ा. हालाँकि अच्छी बात यह रही कि इस दौरान 785 मरीज़ों ने कोरोना को मात दी. दिल्ली में अब कुल 3268 एक्टिव केस है. अब एक बार फिर कोरोना की संक्रमण दर 4 फ़ीसदी से ज़्यादा हो गई है. 


दिव्यांशी शर्मा

मेरे बारे में जान कर क्या करोंगे। लिखने का कोई शोक नहीं। जब लिखने का मन करता है तो बस बकवास के इलावा कोई दुसरी चीज दिखती ही नहीं है। किसी को मेरी बकवास अच्छी लगती है किसी को नहीं। नहीं में वे लोग है जो जिंदगी से डरतें है और बकवास नहीं करते। और मेरे बारे में क्या लिखू।

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