दिल्ली में आज नहीं मिल रहे ऑटो, टैक्सी, कैब, कई यूनियनों ने की हड़ताल, लोगों को हुई परेशानी



दिल्ली : दिल्ली-NCR में रहनेवालों के लिए आज ऑटो टैक्सी कैब मिलने में परेशानी हो रही है. राजधानी में सीएनजी की बढ़ती क़ीमतों से परेशान होकर ऑटो, टैक्सी और मिनी बस चालकों के अलग अलग संगठन आज हड़ताल पर चले गए, दिल्ली की अलग अलग यूनियन किराया दरों में बढ़ोतरी और सीएनजी की कीमतों में कमी किए जाने की मांग कर रही हैं. अधिकतर संगठनों ने कहा है कि वे एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे लेकिन सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन दिल्ली ने कहा है कि वो आज से 'अनिश्चितकालीन' हड़ताल पर रहेगी. 


दिल्ली सरकार के समयबद्ध तरीके से किराया संशोधन पर विचार करने के लिए एक समिति बनाने की घोषणा किए जाने के बावजूद संगठनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि, ‘‘हम जानते हैं कि दिल्ली सरकार कोई समिति बना रही है लेकिन हमें अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए जो नजर नहीं आ रहा है. हमारी मांग है कि केंद्र और दिल्ली सरकार सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी प्रदान करे.' वहीं, हड़ताल में शामिल बाकि यूनियनों का कहना है कि हम हर रोज घाटे में चल रहे अपने ऑटो और कैब नहीं चला सकते क्योंकि सीएनजी की कीमतें सरपट दौड़ रही हैं.कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध करने के लिए यह एक प्रतीकात्मक विरोध है.'


शहर में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के पूरक के रूप में 90,000 से अधिक ऑटो और 80,000 से अधिक पंजीकृत टैक्सी हैं. आज की हड़ताल में आरटीवी बसें भी शामिल हैं..


एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला ने कहा कि किराए में संशोधन और सीएनजी की कीमतें घटाए जाने की मांग के समर्थन में लगभग 10,000 आरटीवी बसें भी बंद रहेंगी. ऐसे में इनमें से ज्यादातर के हड़ताल पर जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.


सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी की मांग को लेकर सैकड़ों ऑटो, टैक्सी और कैब चालकों ने हाल ही में दिल्ली सचिवालय पर भी विरोध प्रदर्शन किया था. इस मामले को लेकर सरकार ने एक कमेटी का गठन किया हुआ है जो किराए को लेकर विचार कर रही है… 

द भारत ख़बर

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